Saturday 29 July 2017

मखाना तालाब से निकलकर पहुंचा खेतों में Fox Nut (Makhana) farming




मखाना  की खेती की.मखाना उपजाने के लिए आप अपने सामान्य खेत का इस्तेमाल कर सकते हैं। शर्त है कि मखाना की खेती के अवधि के दौरान उक्त खेत में 6 से 9 ईंच तक पानी जमा रहे.

इस विधि की खेती परम्परागत खेती से पचास फीसदी अधिक फसल देती है और एक हेक्टेयर में 28 से 30 क्विंटल का पैदावार साढ़े चार माह में लिया जा सकता है.

Tuesday 25 July 2017

Thursday 20 July 2017

Wednesday 12 July 2017

Start Solar Business With Government and Earn Good Profit सरकार दे रही ह...

मिनिस्‍ट्री ऑफ न्‍यू एंड रिन्‍यूएबल एनर्जी (एमएनआरई) ने यह स्‍कीम पिछले साल से शुरू की थी। इस स्‍कीम के तहत एमएनआरई द्वारा चैनल पार्टनर का सेलेक्‍शन किया जाता है। चैनल पार्टनर बन कर आप अपने स्‍टेट में कहीं भी सोलर पैनल लगाने से लेकर, मेंटीनेंस, इक्‍वीपमेंट बेचने का बिजनेस कर सकते हैं। सोलर पैनल लगाने वालों को जो सब्सिडी दी जाती है, वह आपके माध्‍यम से ही दी जाएगी। इसके साथ आप ऑफग्रिड आयटम जैसे सोलर गीजर, सोलर लाइट, सोलन पंप, सोलर पंखे, सोलर चार्जर, कूकर जैसे सोलर आयटम भी बेच सकते हैं

Sunday 9 July 2017

घर बैठे शुरू करे अचार का बिज़नेस कम पैसे मे अच्छा बिजनेस Achar Business

अचार चाहे आम का हो या नींबू का, लाल मिर्च का हो या हरी मिर्च का इसे खाना सभी पसंद करते हैं. आजकल कई तरह के वेजीटेबल अचार भी बनाएं जाने लगे है. अचार मंे आम, नींबू, हरी व लाल मिर्च, करौंदा, लहसून, सूरन, बांस, गाजर, अदरक, का अचार बारह माह तक चलते हैं. जबकि वेजीटेबल अचार जैसे कटहल, फूल गोभी, मटर, बैंगन, करेला, मूली आदि के अचार सीजन के अनुसार तैयार होते है और कुछ ही दिनों में इन्हें खत्म कर देना चाहिए. क्योंकि बाद में इन्हें खाने की इच्छा भी नहीं होती है और इनके जल्दी खराब होने का डर रहता है.

अचार बनाना बहुत ही आसान है लेकिन जिन्हें बनाना नहीं आता है उनके लिए यह बहुत ही कठिन काम है. ऐसे में वे लोग मार्केट से रेडीमेड अचार खरीद कर खाना पसंद करते हैं. इसके अलावा आजकल महिलाएं घर से बाहर निकल कर बाहर काम करने जाती है. सुबह से शाम तक की भागदौड़ के बाद उनके पास इतना समय ही नहीं बचता है कि मार्केट जाकर अचार की सामग्री लाएं और घर पर अचार बनाएं.